सीएम सख्त नाराज, ले सकते हैं बड़ा फैसला
डकैती ने खोली पुलिस के दावों की पोल
अंधेरे में तीर मार रही पुलिस-करण माहरा
अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में वीआईपी का भी खुलासा नहीं कर पायी पुलिस – कांग्रेस
देहरादून। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पुलिस मुख्यालय से मात्र 200 मीटर दूर रिलायंस ज्वैलरी शो रूम में दिनदहाड़े पड़ी डकैती पर कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरा। दूसरी ओर, घटना के 24 घण्टे बाद पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच सकी। अलबत्ता गुरुवार की रात पुलिस ने बदमाशों की दो बाइक बरामद की। इस बीच, राष्ट्रपति के दून दौरे के समय बीच बाजार पड़ी डकैती को लेकर सीएम धामी ने रिपोर्ट तलब की है। और सनसनीखेज डकैती पर बेहद नाराजगी जताई है। शुक्रवार को सीएम ने आलाधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था में हुई लापरवाही पर सख्त रवैया अपनाया। राज्य स्थापना समारोह में राष्ट्रपति की मौजूदगी के दिन व धनतेरस से ठीक एक दिन पूर्व बेहद बिजी राजपुर रोड पर हुई डकैती से शासन-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।
यही नहीं, डकैती की घटना के 10 घँटे बाद गृह मंत्री अमित शाह भी दून पहुंच गए। उन्होंने शुक्रवार को ITBP के कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया। सम्भवतः शुक्रवार की रात तक सीएम विस्फोटक डकैती प्रकरण पर कुछ कड़ा एक्शन ले सकते हैं। इस मामले में समाचार लिखे जाने तक डकैत पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
डकैतों को पकड़ने के लिए चार टीम बनाई गई हैं। एसएसपी अजय सिंह का कहना या कि बिहार समेत कुछ अन्य जगह से इनपुट्स मिले हैं। दूसरी ओर, सीएम ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों को डकैतों को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं। जबकि, पुलिस का कहना है कि चेकिंग के कारण लुटेरे बदमाश बाइक छोड़ के भागे। पुलिस ने दो बाइक बरामद की है।
एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि चैलेंज देने वाले बदमाशों को कहीं से भी खोज कर लाएंगे। बहरहाल, इस डकैती ने विपक्ष को हमलावर होने का पूरा मौका दे दिया है। कांग्रेस ने अंकिता भण्डारी मामले में वीआईपी का खुलासा नहीं होने पर पुलिस को कठघरे में खड़ा किया है।
कांग्रेस ने बोला हमला
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य की कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त बताते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रदेश की राजधानी देहरादून में देश के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति की मौजूदगी के दौरान दिन दहाड़े ज्वैलरी शोरूम में करोड़ों रूपये की डकैती हुई उससे राज्य पुलिस की इस संवेदनशील मौके पर चाक-चौबंद की पोल खुल कर रह गई है। इससे साबित हो गया है कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है तथा बेखौफ अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
करन माहरा ने कहा कि 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं तथा पुलिस केवल अंधेरे में तीर मार रही है। उन्होंने कहा कि ज्वैलरी शोरूम में हथियारों की नोक पर लूटपाट की घटना को जिस प्रकार अंजाम दिया गया उसने चम्बल के डाकुओं को भी मात दे दी है ।
भाजपा के जंगलराज की पोल खोल कर रख दी है। जिस समय डकैती की घटना को अंजाम दिया जा रहा था तब देश की प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति राजधानी देहरादून में राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित थीं। ऐसे संवेदनशील मौके पर जिस प्रकार पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरती गई उसके लिए पुलिस के आला अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार कुछ माह पूर्व राज्य में हुए अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की गुत्थी तथा वीआईपी चेहरे का खुलासा करने में भी पुलिस अभी तक नाकाम रही है इससे यह भी साबित हो चुका है कि पुलिस द्वारा कहीं न कहीं अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।