दहशत- लोगों के शोर मचाने के बाद गुलदार निखिल को घायल कर भागा
पास के जंगल में लकड़ी बीनने गया था निखिल व अन्य बच्चे
दून अस्पताल में घायल मासूम का इलाज जारी,खतरे से बाहर
देहरादून । कुछ दिन पहले सिंगली गांव में एक मासूम को मारने की घटना के बाद शहर की मुख्य कैनाल रोड पर एक लैपर्ड ने 12 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। घटना लगभग 6.30 बजे की बताई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक कैनाल रोड स्थित कण्डोली निवासी 12 साल के निखिल पर गुलदार ने हमला कर घायल कर डित। उस समय कुछ बच्चे पास के जंगल में लकड़ी बीनने गए थे। रिस्पना, संधोवाली इलाके में यह घटना हुई। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर बाला सुंदरी मंदिर है।
लोगों व साथ के बच्चों के हल्ला करने पर गुलदार ने निखिल को छोड़ पास के जंगल में भाग गया।
हमले में निखिल बुरी तरह घायल हो गया। लहूलुहान मासूम को 108 के माध्यम से दून हॉस्पिटल भेजा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उनके सामने ही गुलदार ने निखिल पर हमला किया।
दून हॉस्पिटल के मुख्य पीआरओ महेंद्र भण्डारी ने बताया कि घायल निखिल का सिटी स्कैन व मरहम पट्टी के बाद वार्ड में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंच गए। गुलदार के शहर के बीच स्थित इलाकों में बढ़ रहे हमलों से लोगों में दहशत का माहौल है।
जाखन, राजपुर, आईटी पार्क व कैनाल रोड इलाके में लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गयी है।
डीएम सोनिका ने बताया कि डीएफओ मसूरी ने लैपर्ड को पकड़ने के लिए टीम तैनात कर दी है।
प्रभावित इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ी
लाउड हेलरो के माध्यम से भी आस- पास के लोगो को सावधानी बरतने के भी दिए जा रहे है निर्देश
पुलिस व वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के किए जा रहे प्रयास
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शाम लगभग 6:00 से 6:30 बजे के बीच, चीड़ों वाली खाला, रिसपना नदी के जंगल झाड़ी क्षेत्र में गुलदार द्वारा 12 वर्षीय बच्चे निखिल, पुत्र श्री शेर बहादुर पर हमला किया गया, जिसमे उनके सर पर चोट आई, निखिल अपने साथियों के साथ जंगल झाड़ी क्षेत्र में लकड़ियां बीनने गया था, जब ये घटना हुई।
घटना की सूचना पर तत्काल वन विभाग के टीम के साथ स्थानीय पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची।
राजपुर क्षेत्र में हुई घटना के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने प्रभावित क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ाने के संबंध में थानाध्यक्ष राजपुर को निर्देशित किया गया है, साथ ही वन विभाग के टीम के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावित इलाकों में लोगों को गुलदार के हमले के प्रति सावधान किया जा रहा है।