सामरिक महत्व के जोशीमठ- औली सड़क मार्ग (13.40 किमी) का रखरखाव कार्य बीआरओ को देने की मांग
सीएम ने बीआरओ महानिदेशक से कहा, राज्य सरकार हर प्रोजेक्ट पर सहयोग करेगी
देहरादून। बीआरओ उत्तराखण्ड में 5 एयरफील्ड विकसित करेगा। प्रदेश के गुंजी, कालसी, टनकपुर, घनसाली और नाबिढांग में यह एयरफील्ड बनाये जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बी.आर.ओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने आज विभिन्न प्रोजेक्ट पर चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने बीआरओ द्वारा पिथौरागढ़ में बनाई जा रही बलुआकोट से तवाघाट और लिपुलेख से जोलिंगकोंग सड़क मार्ग की कार्यवाही के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में आदि कैलास और पार्वतीकुंड आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।
राज्य में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि की संभावनाओं को दृष्टिगत राज्य सरकार आगामी 50 सालों की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बी.आर.ओ. द्वारा राज्य में किये जा रहे कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा सहयोग दिया जायेगा। महानिदेशक बी.आर.ओ. रघु श्रीनिवासन ने कहा कि बीआरओ द्वारा उत्तराखण्ड में 5 एयरफील्ड गूंजी, कालसी, टनकपुर, घनसाली और नाविढ़ांग को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जोशीमठ से औली सड़क मार्ग जिसकी लम्बाई 13.40 कि.मी. है उसके 2.25 कि.मी. पर भारतीय सेना द्वारा रख रखाव किया जा रहा है। उन्होंने सामरिक महत्व के इस मार्ग के अवशेष भाग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य लोक निर्माण के स्थान पर बी.आर.ओ. को हस्तांतरित कर दिया जाय। इसी प्रकार जोशीमठ के बडगांव के हनुमान शिला से औली के लिये 15 कि.मी. वैकल्पिक मार्ग के निर्माण को भी बी.आर.ओ. को सौंपा जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, चीफ इन्जीनियर लोक निर्माण विभाग दीपक कुमार यादव एवं बी.आर.ओ. के अधिकारी उपस्थित थे।