मंत्री आर्य के कैंप दफ्तर के बाहर फूंकी कृषि कानून की प्रतियां -संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने किया आंदोलन
(काशीपुर)मंत्री आर्य के कैंप दफ्तर के बाहर फूंकी कृषि कानून की प्रतियां
-संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने किया आंदोलन
काशीपुर,05 जून (आरएनएस)। तीनों कृषि कानूनों के एक वर्ष पूर्ण होने पर किसानों ने कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के कैंप कार्यालय के बाहर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। साथ ही काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों को रोकने के लिये पुलिस बल तैनात किया गया था। बता दें तीनों कृषि कानूनों को लागू हुए एक वर्ष पूर्ण हो गया है। इसी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देश में भाजपा मंत्रियों एवं विधायकों के आवास और कार्यालयों पर काले झंडे दिखाने एवं कानून की प्रतियां जलाने का कार्यक्रम तय हुआ था। इसी को लेकर शनिवार को किसान नेता जगतार बाजवा की अगुवाई में किसान काले झंडे व नारेबाजी करते हुए भौना कॉलोनी स्थित मंत्री व क्षेत्रीय विधायक यशपाल आर्य के कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां इन लोगों ने तीनों कृषि कानूनों को काले कानून बताकर इन कानूनों की प्रतियों को जलाया। इन लोगों ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। किसान नेता जगतार बाजवा ने कहा कि किसानों के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने हठधर्मिता दिखाकर काले कानूनों को पारित कर दिया। सरकार का ऐसा मानना था कि मामूली प्रदर्शन के बाद किसान थक हारकर अपने कामों पर वापस लौट जायेगा। लेकिन, सरकार के इस भ्रम को किसानों ने तोड़ दिया है। आज आठ महीने के लंबे संघर्ष के बाद हर मौसम की मार झेलते हुए किसान दिल्ली की तपती सड़कों पर डेरा जमा कर बैठा है। वहीं वरिष्ठ किसान नेता दलजीत रंधावा, युवा प्रताप सिंह संधू,सन्नी निज्जर ने भी अपनी बात कही। मौके पर सन्नी निज्जर, करण खैरा, इंद्रजीत सिंह, मुख्तियार सिंह, बलदेव सिंह, हरदयाल सिंह, निर्मल सिंह, मलकीत सिंह ,नत्था सिंह, रविंद्र सिंह संधू, गुरसेवक सिंह, सतपाल सिंह, प्रवीण कंबोज, सुनील पाठक, योगेश कुमार सैनी, करण सिंह, पूरन सिंह, मनदीप सिंह कंबोज ,सतीश कंबोज, रवि बरुआ ,संदीप गोयल, दारादिलेर रंधावा आदि रहे।
आम आदमी पार्टी ने ताली-थाली बजाकर किया प्रदर्शन: बाजपुर। कृषि कानूनों के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने भी कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्या के कैंप कार्यालय पर नारेबाजी कर थाली व ताली बजाकर धरना दिया। पार्टी के जिला संगठन मंत्री दीन दयाल सिंह ने कहा की सरकार किसानों को हर कदम पर उत्पीडि़त कर रही है। सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे नहीं तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा। मंत्री का घेराव भी किया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह बंटी ने कहा की कृषि कानूनों के साथ साथ बाजपुर भूमि विवाद मामले में सरकार की नियत साफ नहीं है और जनता की जमीन हड़पना चाहती है, लेकिन ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे। सरकार जल्दी से जल्दी भूमि विवाद का निपटारा करे। मौके पर गुरजीत सिंह पन्नू, निखिल कौशिक, रविंद्र शर्मा, मिंटू शर्मा, अभिषेक कुशवाहा, पूरन चंद्र चैबे, रणजीत सिंह लंबरदार, हरदयाल सिंह खैरा, गुरजीत, राजेंद्र सिंह, जसवीर सिंह, मदन मोहन पंत, अभिषेक कुमार मौजूद रहे।
पुलिस बल रहा मुस्तैद: बाजपुर। कैबिनेट मंत्री के कैंप कार्यालय के बाहर किसानों के आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। अभिसूचना इकाई के दरोगा समेत कोतवाल संजय पांडे टीम के साथ कैंप कार्यालय के अंदर थे। वे किसानों को समझाने का प्रयास भी कर रहे थे। वहीं किसानों ने तय कार्यक्रम के अनुसार प्रतियां जलाई, काले झंडे दिखाये व नारेबाजी की तथा वापस चले गये।
हर महीने आठ तारीख को गाजीपुर जायेंगे किसान: बाजपुर। किसान नेता जगतार बाजवा ने कहा है कि प्रत्येक माह की आठ तारीख को क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में गाजीपुर जायेंगे। क्योंकि कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई है। इसके मुताबिक, प्रत्येक क्षेत्र को बॉर्डर पर पहुंचने की जिम्मेदारियां दी गई हैं। ऐसे में बाजपुर के किसानों का जत्था प्रत्येक माह की आठ तारीख को बॉर्डर के लिये निकलेगा। वहां पर दो से तीन दिन सेवा के बाद वापिस क्षेत्र में आ जायेगा।