गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय पंतनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड)
गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय
पंतनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड)
*कृषकोपयोगी नवीनतम विकसित कृषि तकनीकों पर दो प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित*
1-पंतनगर। विष्वविद्यालय में राज्य कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रषिक्षण संस्थान (समेटी) के तत्वाधान में तीन दिवसीय ‘कृषकोपयोगी नवीनतम विकसित कृषि तकनीक’ विषय पर दो प्रषिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कृषक भवन एवं प्रषिक्षण केन्द्र में किया गया। यह कार्यक्रम कृषि निदेषालय देहरादून के वित्तीय सहयोग से आयोजित हुए। इन कार्यक्रमों का उद्घाटन निदेषक, प्रसार षिक्षा एवं समेटी-उत्तराखण्ड, डा. अनिल कुमार षर्मा द्वारा किया गया।
डा. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विष्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा पर्वतीय, तराई एवं भाबर क्षेत्रों हेतु मषरूम उत्पादन, मौन पालन, जैविक खेती, औषधीय एवं सगन्ध पौधों की खेती, कुक्कुट व डेयरी प्रबन्धन जैसे अनेक तकनीकों को विकसित किया गया है। प्रसार कार्यकर्ता एवं कृषक अपने क्षेत्र तथा भौतिक परिस्थितियों के अनुरूप इन तकनीकों का चयन कर सकते हैं जो उनके जीवन स्तर को सुधारने में मददगार साबित होंगे।
समेटी के समन्वयक एवं सस्य विज्ञान के प्राध्यापक, डा. बी.डी. सिंह, ने उपस्थित अधिकारियों का स्वागत करते हुए समेटी एवं प्रषिक्षण के बारे में बताया। उन्होंने इन तीन दिवसीय प्रषिक्षण में सूक्ष्म सिंचाई तकनीक, मषरूम उत्पादन, बेमौसमी सब्जी उत्पादन, दलहन एवं तिलहनों की खेती तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर की भी जानकारी दी। डा. सिंह द्वारा प्रषिक्षणार्थियों को उद्यान षोध केन्द्र, सब्जी अनुसंधान केन्द्र, षैक्षणिक कुक्कुट प्रक्षेत्र एवं षैक्षणिक डेयरी प्रक्षेत्र, मत्स्य विज्ञान इत्यादि षोध केन्द्रों का भ्रमण कराया गया तथा प्रतिभागियों ने कार्यक्रम के उपरान्त अपने अनुभवों का साझा करते हुए बताया कि षोध केन्द्रों के षैक्षणिक भ्रमण एवं कार्यक्रम के दौरान बतायी गयी तकनीकों का अपने क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार करेंगे, जिससे किसानों के आय संर्वधन मंे वृद्धि होगी एवं युवाओं का पलायन भी रोका जा सकेगा। इन दोनों प्रषिक्षण कार्यक्रम में जनपद रूद्रप्रयाग, चमोली, चम्पावत, बागेष्वर, टिहरी, पिथौरागढ़, हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल एवं ऊधम सिंह नगर के आतमा के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रषिक्षण के दौरान संयुक्त निदेषक, डा. अनुराधा दत्ता ने भी अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों का साझा किया। कार्यक्रम का संचालन यंग प्रोफेषनल-द्वितीय, अनीता यादव ने किया।
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ई.मेल चित्र 1. भ्रमण के दौरान प्रतिभागियों को जानकारी देते सब्जी अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक।
*पंतनगर किसान मेले में कोविड-19 के दिषा-निर्देषों का किया जायेगा पालन*
2-पंतनगर। 10 मार्च 2021, विष्वविद्यालय का 109वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्षनी 22-25 मार्च 2021 को आयोजित होगा। निदेषक प्रसार षिक्षा, डा. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इस किसान मेला में स्टाल लगाने के लिए फर्मों के पंजीकरण प्रारम्भ हो गये हैं। देष के विभिन्न राज्यों से विभिन्न उत्पादों की बिक्री हेतु बड़ी संख्या में निजी फर्म मेले में अपना स्थान सुरक्षित कराने हेतु पंजीकरण करा रही हैं। डा. शर्मा ने बताया कि मेले में विभिन्न उत्पादों, जैसे कृषि मषीनरी यथा, ट्रैक्टर, कम्बाइन हार्वेस्टर, पावर टिलर, प्लान्टर, सब-स्वायलर, सिंचाई यंत्र व अन्य आधुनिक यंत्र; कृषि रसायन यथा, कीटनाषी, खरपतवारनाषी व रोगनाषी; उर्वरक; पशु पोषण व पशुचिकित्सा उत्पाद; औषधीय पौध उत्पाद; बीज एवं पौध इत्यादि से सम्बन्धित फर्म अपने स्टाल लगाकर किसानों को अपने उत्पाद की जानकारी देने के साथ-साथ बिक्री भी करती हैं। इनके अतिरिक्त हस्तकला, ग्रामीण उद्योग, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, घरेलू उत्पाद, सौर ऊर्जा प्रयोग के उत्पाद इत्यादि से सम्बन्धित फर्म भी मेले में अपने स्टाल लगाती हैं। विभिन्न बैंक, कृषि से सम्बन्धित शोध संस्थान, प्रकाषक व अन्य सरकारी व निजी क्षेत्र के संस्थान भी मेले में प्रतिभागिता कर अपनी-अपनी योजनाओं, उपलब्धियों व उत्पादों का प्रचार किसानों व मेले में आये अन्य आगंतुकों के बीच करते हैं।
डा. शर्मा ने बताया कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष मेले में पूर्व की भांति रात्रि विश्राम की व्यवस्था नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि मेले के प्रथम तीन दिन प्रातः 10ः00 से सायं 05ः00 बजे तक कृषि संबंधित समस्याओं का समाधान हेतु कृषि क्लीनिक सेवा संचालित की जायेगी। उन्हांेने यह भी बताया कि किसान मेले में 65 वर्ष से ज्यादा वृद्ध एवं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा ऐसे व्यक्ति जिन्हें कोई अन्य बीमारी हो वे कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होंगे। उन्हांेने अनुरोध किया कि आगंतुक अपने साथ मास्क, साबुन, सेंनेटाइजर, शाॅल एवं चादर इत्यादि रखें साथ ही मेले में भ्रमण के दौरान सामाजिक दूरी को भी बनाकर रखे। डा. शर्मा ने बताया कि मेले की तैयारियां जोरों पर हैं तथा मेले के लिए गठित सभी समितियों द्वारा अपने-अपने कार्यों को आवष्यकतानुसार पूर्ण किया जा रहा है।
*निदेषक संचार*